डॉस
की
कमांड्स
हम
जानते
है
कि,कंप्यूटर
ऑपरेटिंग
सिस्टम
कि
उपस्थिति
में
ही
कार्य
करता
है
| MS-DOS एक
ऑपरेटिंग
सिस्टम
है
जो
कंप्यूटर
का
संचालन
करता
है
| जब
कोई
ऑपरेटिंग
सिस्टम
कंप्यूटर
का
संचालन
करता
है
तो
यह
यूजर
तथा
हार्डवेयर
के
बीच
सम्बन्ध
जोड़ने
के
लिए
कमांड
इन्टरप्रेटर
के
जरिये
यूजर
के
लिए
कमांड
कि
सुविधा
प्रदान
करता
है
| MS-DOS में
भी
यह
सुविधा
दो
तरह
के
कमांड्स
के
द्धारा
मिलती
है
जो
कि
निम्नलिखित
है
–
- आंतरिक कमांड (internal command):-यह कमांड्स DOS के साथ हमेशा मौजूद रहते है क्योकि यह कमांड बूटिंग के साथ ही स्वतः मेमोरी में स्टोर हो जाते है | यह भी COM प्रोग्राम FILE में संकलित
होते है | इसलिए ये कमांड सदैव उपलब्ध होते है जब तक कि क्रियान्वित कर सकते है कुछ आन्तरिक कमांड्स के उदाहरण निम्नलिखित है –MD, DIR, CD, Copy, Type, Rename इत्यादि|
- बाह्य कमांड (External Command):-बाह्य
कमांड्स ऐसे छोटे प्रोग्राम (Short Program) होते
है जो Floppy Disk अथवा
Hard Disk पर Store होते है एवं आवश्यकता पढने पर इन्हें Execute किया
जा सकता है यह मेमोरी में Store होते है एवं क्रियान्वित होते है | बाह्य कमांड्स
कि अपनी एक फाइल होती है जिसको क्रियान्वित करने से कमांड रन होती है | बाह्य कमांड्स
(External Commands) के उदाहरण निम्न है – Format, Print, Backup, Help, Disk, Dos key, Tree
इत्यादि |
आंतरिक
कमांड
(internal command):-
DIR COMMAND:-यह
कमांड्स
किसी
डायरेक्ट्री
में
फाइल्स
और
सब-डायरेक्ट्री
कि
सूची
प्रदर्शित
करता
है
|
Syntax-
C:\>Dir
यदि
किसी
विशेष
डायरेक्ट्री
की
फाइल
कि
सूची
देखना
चाहते
है
|तो
dir के
साथ
डायरेक्ट्री
का
नाम
देते
है
|
Syntax-
C:\>Dir<Directory name>
Ex. –
C:\> Dir abc
MD COMMAND (Make Directory):-इस
कमांड
का
उपयोग
नयी
डायरेक्ट्री
बनाने
के
लिए
किये
जाता
है
Syntax-
C:\>MD<Directory name>
Ex. –
C:\> MD ABC
CD COMMAND (Change Directory):-
इस
कमांड
का
उपयोग
डायरेक्ट्री
को
बदलने
के
लिए
किया
जाता
है
Syntax-
C:\>CD<DIR name>
Ex. –
C:\> CD ABC
CD.. –
इस
कमांड
का
उपयोग
डायरेक्ट्री
से
बाहर
जाने
लिए
किये
जाता
है
Syntax-
C:\> <Dir name><command>
Ex. –
C:\> ABC>CD..
C:\>
RD COMMAND (Remove Directory):-
इस
कमांड
का
उपयोग
Disk में
पहले
से
बनी
हुई
डायरेक्ट्री
को
remove करने
के
लिए
किया
जाता
है|
Syntax-
C:\>RD<DIR name>
Ex. –
C:\> RD ABC
CLS (Clear Screen Command):-इस
command के
द्धारा
Screen को
Clear कर
सकते
है|
Syntax-
C:\>CLS
Ex.-
C:\>CLS
COPY COMMAND: – इस
command के
द्धारा
हम
किसी
भी
file कि
duplicate file बना
सकते
है|
Syntax
1- C:\>Copy<File
Name><New Name>
Syntax 2-
C:\> Copy <Path\File Name><Target Drive>
Ex.-
C:\> COPY ABC XYZ.
Ex.-
C:\> COPY DELHI D:
DEL COMMAND (Delete Command):-इस
कमांड
का
उपयोग
File को
disk से
delete करने
के
लिए
किया
जाता
है
Syntax-
C:\>Del<DIR name>
Ex. –
C:\>Del ABC.txt
REN COMMAND (RENAME COMMAND):-इस
कमांड
का
प्रयोग
फाइल
को
रीनेम
करने
के
लिए
किया
जाता
है
Syntax-
C:\>REN<Old File Name><New File Name>
Ex. –
C:\>REN ABC.txt XYZ.txt
TYPE COMMAND: –
इस
command का
use हम
File के
टेक्स्ट
को
Screen पर
देखने
के
लिए
कर
सकते
है|
Syntax-
C:\>TYPE<DIR name>
Ex. –
C:\> RD ABC.txt
DATE COMMAND: –
इस
command के
द्धारा
हम
Current date (MM-DD-YY) format में देख सकते
है|
Syntax-
C:\>date
Ex. –
C:\>date
TIME COMMAND: –
इस
command के
द्धारा
हम
Current time देख
सकते
है|
Syntax-
C:\>time
Ex. –
C:\>time
VER (VERSION):-इस
command के
द्धारा
हम
System में
present disk operating system का version देख
सकते
है|
Syntax-
C:\>Ver
Ex.-
C:\>Ver
COPY CON COMMAND: –इस
command का
use file को
create करने
के
लिए
किया
जाता
है
|
Saving file :
file Ctrl+Z के
द्धारा
save कि
जाती
है
|
Syntax-
C:\>Copy Con<File Name>
Ex.-
C:\> Copy Con ABC.txt
Hello this is first file
^Z (Ctrl +Z)/F6
1 file copied
PATH COMMAND: –
यह
command Dos को
यह
बतलाता
है
कि
किसी
programs का
पता
लगाने
के
लिए
इसे
कौन
सी
directory search करना
चाहिए
|
Syntax-
C:\>PATH
Ex-
C:\>PATH
Changing the drive:-किसी
भी
drive का
नाम
change करने
के
लिए
उस
drive का
name colon के
साथ
enter किया
जाता
है
Syntax-
C:\><Drive name>
Ex. –
C:\>A:
EXIT COMMAND:-
इस
command का
use Dos prompt से
बाहर
आने
के
लिए
किया
जाता
है
|
Syntax-
C:\>Exit
Ex-
C:\>Exit
PROMPT COMMAND:-
इस
command के
द्धारा
हम
Prompt change कर
सकते
है|
Syntax-
C:\>prompt_name
Ex. –
C:\> prompt_paragon
External command
External command वे
कमाॅड
होते
हैं।
जिन्हें
चलाने
के
लिये
विशेष
फाईल
की
आवश्यकता
होती
है।
उस
फाईल
का
प्रथामिक
नाम
(primary name) वही नाम होता
है।
जो
नाम
कमाॅड
का
होता
है।
लेकिन
द्वितीयक
नाम(secondary
name)EXE,COM,BAT हो
सकता
है।
EXAMPLE :-chkdsk,label,edit,diskcopy
,append
LABEL Command
इस कमाॅड
की
सहायता
से
drive के
label and serial number को
देख
सकते
है।
और
बदल
भी
सकते
हैं।
Label की साईज
windows xp में
11 कैरेक्टर
और
windows 7 में
32 कैरेक्टर
हो
सकती
है।
और
इससे
लेवल
को
delete भी
कर
सकते
हैं।
Syntax:- c:\>LABEL
<Drive Name>
Example:- c:\>LABEL A:
Tree Command
इस
की
सहायता
से
डायरेक्टरी
एवं
फाईल
को
Tree format में
देख
सकते
है।
फाईल
को
देखने
के
लिये
स्विच/F का
प्रयोग
किया
जाता
है।
Syntax:- c:\>TREE /
[Switch] [path]
Example:- c:\>TREE /F micro
CHKDSK Command
CHKDSK का
पूरा
नाम
Check Disk है
इसकी
सहायता
से
सेकेंडरी
मेमोरी
को
चेक
किया
जाता
है
Syntax:- c:\>
CHKDSK <Drive Name>
Example:- c:\> CHKDSK D:\
Append Command
यह
कमाॅड
डाटा
फाईल
को
पाथ
प्रदान
करता
है।
यह
कमाॅड
पाथ
कमाॅड
के
समान
कार्य
करता
है।इस
कमाॅड
की
सहायता
से
तीन
प्रमुूख
कार्य
किये
जाते
हैं।
Data file का
पाथ
देख
सकते
हैं।पाथ
तोड
सकते
हैं।पाथ
को
सेट
कर
सकते
हैं।
पाथ
देखना
c:\>append
path तोड़ने के
लिए
c:\>Append;
No Path
Path set करना
Syntax: – Append=data file का
पता;
other data file address
c:\>Append=c:\micro;d:\mukesh
DiskCopy Command
इस
कमाॅड
का
प्रयोग
floppy disk की
काॅपी
करने
के
लिये
किया
जाता
है।
क्येां
कि
अधिकांष
floppy बारबार
प्रयोग
करने
पर
खराब
हो
जाती
हैं।
इसलिये
एक
से
अधिक
floppy की
काॅपी
होना
जरूरी
होता
है।
नोटः-
दोनों
floppy की
साईज
एक
समान
होना
चाहिये
।
जिस
फ्लॉपी
में
कॉपी
करना
है
वह
format होना
चाहिए
कॉपी
के
बाद
diskcomp command run करना
चाहिए
Syntax:-
c:\>Diskcopy <First Drive Name> <Second Drive Name>
Example:- c:\>DiskCopy A:
A:
Enter Source Disk in drive A:
And press any key
Enter target Disk in Drive A :
And press any key
DiskComp Command
इस
कमाॅड
का
प्रयोग
दो
floppy disk की
आपस
में
तुलना
करने
के
लिये
किया
जाता
है।
इस
कमाॅड
का
प्रयोग
diskcopy के
बाद
किया
जाता
है।
इस
से
यह
चेक
किया
जाता
है
कि
कोई
फाईल
काॅपी
करते
समय
छूटी
तो
नही
है।
यदि
दोनों
कि
साईज
बराबर
है
तो
सही
काॅपी
हुई,
यदि
दोनों
डिस्कों
की
साइज़
बरावर
नही
है
तो
सही
काॅपी
नही
हुई
है।
Syntax:-
c:\>DiskComp<First Drive Name> <Second Drive Name>
Example :- c:\>diskcomp A:
A:
SYS Command
इस
कमाॅड
का
पूरा
नाम
system है।
इस
कमाॅड
का
प्रयोग
bootable disk का
निर्माण
करने
के
लिये
किया
जाता
है।
इससे
bootable file disk में
काॅपी
हो
जाती
हैं।
Process complete होने
के
बाद
system transferred message आता है जो
यह
दर्शाता
है
कि
डिस्क
bootable बन
चुकी
है।
bootable disk से
computer को
चालू
किया
जा
सकता
है।
Syntax:- C:\>SYS
A:
Example:- C:\>SYS A:
Help Command
इस
कमांड
की
सहायता
से
एम.एस.डॉस
की
कमांड
की
हेल्प
देख
सकते
है
Syntax:- c:\>HELP <command
Name>
Or
c:\>Command Name /?
Example:- C:\>dir/?
Print Command
इस
कमाॅड
की
सहायता
से
एक
या
एक
से
अधिक
फाइलो
का
प्रिंटआउट
एक
साथ
निकाल
सकते
है।
यह कमाॅड
डाॅस
के
वर्जन
2.0 के
बाद
के
वर्जन
मे
उपलब्ध
है
Syntax:- Print <file
Name>
Example:- C:\>Print micro.txt
DOSKEY Command
यह
कमाॅड
एक
कैमरे
की
तरह
होता
है।
यह
कमाॅड
डाॅस
के
वर्जन
5.0 से
प्रारंभ
होता
है
इस
कमाॅड
के
बाद
जो
कमाॅड
रन
करते
है।
वह
रिकार्ड
होते
जाते
हैं।
और
उसे
बाद
में
देखा
जा
सकता
है।
और
उपयोग
कर
सकते
हैं।
रिकार्ड
कमाॅड
को
देखने
के
लिये
F7 का
प्रयोग
किया
जाता
है
।
और
command history clear करने के लियेAlt+F7का
प्रयोग
करते
है।
UP And down Arrow की
सहायता
से
कमाॅड
को
देखा
जा
सकता
है।
Syntax:-
c:\>DOSKEY
Example:- C:\>DOSKEY
Attrib Command
इस
कमाॅड
की
सहायता
से
फाईल
और
फोल्डर
के
attribute को
देख
सकते
हैं।
और
बदल
भी
सकते
हैं।
फाईल
और
फोल्डर
में
चार
प्रकार
के
attribute होते
हैं।
- Read:- इस attribute से फाईल और डायरेक्टरी को केवल रीड कर सकते हैं।
- Hidden:- इस
attribute से फाईल और डायरेक्टरी को छिपाया जा सकता हैं।
- System: – इस
attribute से फाईल और डायरेक्टरी को सिस्टम फाईल और डायरेक्टरी में बदला जा
सकता
हैं।
- Archive:- इस
attribute से फाईल और डायरेक्टरी मे Archive attributeलगाया
जा सकता हैं।
नोटः-
“+” इस
से
attribute set कर
सकते
और
“-“इस
से
attribute को
हटाते
हैं।
Syntax: – ATTRIB +/- ATTRIBUTES
[PATH\FILE OR DIRECTORY NAME]
Type of
Attribute
|
Set करने के लिए
|
Remove करने के लिए
|
Read
|
+R
|
-R
|
Hidden
|
+H
|
-H
|
Archive
|
+A
|
-A
|
System
|
+S
|
-S
|
Backup Command
इस
कमाॅड
से
किसी
भी
डायरेक्टरी
एवं
फाईल
का
बेकप
किसी
दूसरी
डिस्क
मे
लिया
जा
सकता
है
बेकप
लेना
इसलिये
जरूरी
होता
है।क्योंकि
कम्प्यूटर
में
बनी
फाईल
कई
करणों
से
खराब
भी
हो
सकती
है
यदि
उस
फाईल
काबेकप
लिया
है
तो
उसे
पुनः
प्राप्त
किया
जा
सकता
है।
फाईल
को
पुनः
प्राप्त
करने
के
लिये
restore command का
प्रयोग
करना
पडता
है।
Syntax: – c:\>Backup
<source address> < destination disk or address>8
Edit [path\file name or new file
name]
Example: – c:\>backup c:\micro
A:\
Edit Command
इस
कमाॅड
से
पहले
से
बनी
फाईल
मे
सुधार
कर
सकते
है।एवं
नई
फाईल
का
निर्माण
भी
कर
सकते
है।यह
डाॅस
का
editor है।
इसमें
मीनू
सिस्टम
होता
है।
जिससे
हम
अपने
कार्य
को
और
असानी
से
पूरा
कर
सकते
हैं।
इसमें
माउस
का
भी
प्रयोग
कर
सकते
हैं।
Editor से
बाहर
निकलने
के
लिये
फाईल
मीनू
के
सब
कमाॅड
exit का
प्रयोग
करते
हैं।
Syntax: –
c:\micro>edit student
Example: – c:\micro>edit student
Move Command
इस
कमाॅड
की
सहायता
से
किसी
भी
फाईल
को
एक
स्थान
से
दूसरे
स्थान
पर
move कर
सकते
हैं।
मूव
होने
के
बाद
1 file moved message आता
है।
Syntax:- move <Source
address\File Name > <Destination Address>8
Example:-move d:\ computer e:\
FORMAT Command
इस
कमाॅड
का
प्रयोग
डिस्क
को
format करने
के
लिये
किया
जाता
है।
इस
कमाॅड
को
चलाते
समय
सावधानी
रखनी
चाहिये
।
इसके
साथ
इसके
स्विच
का
भी
प्रयोग
कर
सकते
हैं।
जिससे
अलग
अलग
तरीके
से
formatting कर
सकते
है।
इस
कमाॅड
का
प्रयोग
तब
किया
जाता
है
जब
पूरी
डिस्क
के
डाटा
को
एक
साथ
हटाना
होता
है।
/Q इस
स्विच
का
प्रयोग
quick format करने
के
लिये
किया
जाता
है।
Syntax:- c:\>FORMAT/
[SWITCH] Drive Name:
Example:- c:\>FORMAT /Q d:
Warning all data on non – removable
disk
Drive d: will be Lost!
Proceed with format (Y/N)? _Y
Volume label (Enter for none)? _
FDISK Command
इस
कमाॅड
से
डिस्क
के
पार्टीशन
को
delete किया
जाता
है
और
नये
पार्टीशन
को
बनाया
भी
जा
सकता
है।
इस
कमाॅड
को
बहुत
सावधानी
एवं
ध्यान
र्पूवक
चलाना
चाहिये।
डिस्क
में
तीन
प्रकार
के
पार्टीशन
होते
है।
- Primary partition
- Extend partition
- Logical partition
Partition Delete करना
:- पार्टिशन को
delete करने
के
लिये
सबसे
पहले
लाॅजिकल
पार्टिशन
डिलीट
करते
हैं।
इसके
बाद
extended partition delete करते हैं। और
अंत
में
primary partition delete करते
हैं।
Logical>Extend
Partition>primary Partition
Partition Create करना
:- पार्टिशन को
बनाने
के
लिये
सबसे
पहले
primary partition create करते
हैं।
इसके
बाद
extended partition बनाते
हैं।
और
अंत
में
लाॅजिकल
पार्टिशन
बनाते
हैं।
Primary>extend>logical
C:\>Fdsisk
Yes
1.Create Partition
2.Delete Partition
3.Display Partition
Choose any
Sort Command
इस
की
सहायता
से
फाईल
के
मेटर
को
काॅलम
के
आधार
पर
sort कर
सकते
हैं।
एवं
sorted contains को
देख
सकते
एवं
नई
फाईल
में
सेव
कर
सकते
हैं।
Syntax:- c:\>Sort File Name8
or
Sort filename>>new file Name8
Example:- c:\>Sort computer
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